Monday, June 6, 2011

विदेशी मीडिया में भी छा गए बाबा रामदेव.....हम सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हैं: बाबा रामदेव.. प्रधानमंत्री ने नहीं निभाया राष्ट्र धर्म: बाबा रामदेव..





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विदेशी मीडिया में भी छा गए बाबा रामदेव

नई दिल्ली, सोमवार, 6 जून 2011( 15:07 IST )

भ्रष्टाचार और विदेशों में जमा भारतीयों के काले धन के खिलाफ अपने आंदोलन और उससे जुड़ी घटनाओं से देश के अखबारों की सुखिर्यों में छाए बाबा रामदेव को अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी जगह मिल रही है। विदेशों के कई अखबारों ने बाबा के आंदोलन और उस पर हुई पुलिस कार्रवाई के सामाचारों को प्रमुखता दी है।

कई अखबारों ने इस कार्रवाई पर तीखी कलम चलाई है।

ऑस्ट्रेलिया के अखबार ‘द एज’ लिखता है, ‘बाबा रामदेव और उनके हजारों अनुयायियों के सामूहिक अनशन को कुचलने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। पुलिस का दावा है कि बाबा के पास सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध की अनुमति नहीं थी।

अखबार ने लिखा कि बाबा के आंदोलन को हिंसक तौर पर खत्म कर दिया गया, लेकिन ऐसा लगता है कि उससे पहले ‘करिश्माई गुरु’ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए सरकार से समझौता करने में सफल हुए थे। इस खबर के मुताबिक रामदेव ने काले धन के मुद्दे और भ्रष्टाचार के घोटालों के आरोपों से घिरी सरकार के खिलाफ जो आंदोलन शुरू किया, उसमें 40,000 से भी ज्यादा लोग उनका साथ दे रहे थे।

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे बाबा रामदेव के हजारों अनुयायियों को वहां से हटा दिया, पर इस पूरी कार्रवाई पर सिसकते हुए, लेकिन विद्रोही से दिख रहे बाबा रामदेव ने प्रतिबद्धता जताई कि वह इससे विचलित नहीं होंगे। उन्होंने एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बवाल में बदलने के लिए सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।

अखबार ने लिखा है कि रामदेव ने इस कार्रवाई के कुछ घंटों बाद ही टीवी पर कहा कि सरकार मुझे मारना चाहती है। मेरी भूख हड़ताल खत्म नहीं हुई है। यह जारी रहेगी। मेरा आंदोलन जारी रहेगा। अमेरिकी अखबार ‘बोस्टन ग्लोब’ ने भी बाबा रामदेव के अनशन के खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई को जगह दी है।

अखबार लिखता है कि भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने हजारों अनुयायियों के साथ प्रदर्शन कर रहे एक योग गुरु ने कहा है कि राजधानी से निकाले जाने के बाद भी वह अपने प्रदेश में अपना अनशन जारी रखेंगे।

इस खबर के मुताबिक बाबा रामदेव और उनके हजारों समर्थकों ने शनिवार को राजधानी में अनशन शुरू किया था। पुलिस का कहना है कि लगभग 5,000 लोगों के शामिल होने के लिए अनुमति प्राप्त समारोह में 40,000 से ज्यादा लोगों के आने के कारण पुलिस को बल प्रयोग के लिए बाध्य होना पड़ा।

अखबार में कहा गया है कि रामदेव ने इस अभियान को ‘लोकतंत्र पर धब्बा और खुद को मारने की साजिश’ बताया है। उन्होंने आगे भी अपना अनशन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है। (भाषा)


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हम सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हैं: बाबा रामदेव
प्रधानमंत्री ने नहीं निभाया राष्ट्र धर्म: बाबा रामदेव


हरिद्वार, सोमवार, 6 जून 2011( 12:46 IST )
बाबा रामदेव ने रामलीला मैदान पर हुई पुलिस कार्रवाई पर स्वत: संज्ञान लेकर केंद्र को नोटिस जारी करने के लिए आज उच्चतम न्यायालय के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वह दिल्ली में अपने अनशन स्थल पर हुई पुलिस की बर्बरता के खिलाफ मानवाधिकार और महिला आयोग में भी शिकायत करेंगे।

रामदेव ने यहां स्थित अपने पतंजलि योगपीठ परिसर में आज सुबह से ‘सत्याग्रह’ दोबारा शुरू करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि रामलीला मैदान पर मेरे और मेरे समर्थकों पर हुई कार्रवाई पर उच्चतम न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र, दिल्ली प्रशासन और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया है। हम न्यायालय और प्रधान न्यायाधीश के शुक्रगुजार हैं।

उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान पर पुलिस ने महिलाओं और बच्चों पर बर्बर कार्रवाई की। इसे देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को भी स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। हम इन दोनों आयोगों में भी शिकायत करेंगे।

योग गुरु ने कहा कि ‘उच्चतम न्यायालय के स्वत: संज्ञान लेने की घटना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय देश में निराशा और अविश्वास का माहौल है। ऐसे में लोकतंत्र की स्थिरता के लिए जनता का न्याय व्यवस्था में विश्वास बने रहना जरूरी है।

न्यायालय ने रामदेव और उनके समर्थकों को रामलीला मैदान से जबर्दस्ती बाहर कर देने की कार्रवाई पर स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्रीय गृह सचिव, दिल्ली के मुख्य सचिव और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।

न्यायालय ने सवाल किया है कि ऐसी क्या परिस्थितियां थीं कि लोगों को आधी रात को बल प्रयोग कर हटाना पड़ा। (भाषा)

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दिग्विजय पर देशद्रोह का मामला दर्ज होगा!


मुजफ्फरपुर, सोमवार, 6 जून 2011( 15:55 IST )
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक निचली अदालत ने योग गुरु बाबा रामदेव को ठग कहने पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के लिए सोमवार को एक परिवाद पत्र को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया।

अधिवक्ता सुधीर ओझा के परिवाद पत्र को यहां के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) आरसी मालवीय ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। ओझा ने कांग्रेस महासचिव के खिलाफ भादंवि की धारा 154 ए, 153 और 504 के तहत मामला दर्ज करने का आग्रह किया है।

सीजेएम के समक्ष दायर इस परिवाद में सभी धाराएं राजद्रोह, दंगा भड़काने की नीयत से उत्तेजक बयान देने और शांति भंग करने से संबंधित हैं। मालवीय ने इस संबंध में एक गवाह आदित्य कुमार का बयान दर्ज किया। अगली सुनवाई 16 जून को होगी।

ओझा ने अपने परिवाद पत्र में कहा कि सिंह के बयान से योग गुरु के अनुयायियों की भावना को ठेस पहुंची है और इसका उद्देश्य दंगा भड़काकर शांति में खलल डालना था इसलिए सिंह के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। (भाषा)

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बाबा पर कसता सरकारी शिकंजा

सोमवार, 6 जून 2011( 11:40 IST )

बाबा रामदेव और केंद्र सरकार की लड़ाई अब नए मोड़ ले रही है। रात में ताकत के बल पर बाबा व उनके हजारों समर्थकों को रामलीला मैदान से बाहर कर देने के बाद सरकार ने रामदेव पर सीबीआई और आयकर विभाग के जरिए वार करने की तैयारी कर ली है। दोनों एजेंसियों को सरकार ने बाबा की सारी संपत्ति और ट्रस्टों की जांच के लिए फ्री हेंड देने का मन बना लिया है। सरकार की नजर बाबा और उनके सहयोगी से जुडी उन सभी 200 कंपनियों के कार्य और आमदनी पर हैं।

इसमें खासतौर पर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, दिव्‍य फार्मेसी योग, आरोगय हर्ब्‍स, झारखंड मेगा फूड पार्क, दिव्‍य पैकमैफ, वैदिक अष्‍टभजन ब्रॉडकास्टिंग, डायनामिक बिल्‍डकॉम, पतंजलि बायो रिसर्च इंस्‍टीट्यूट आदि शामिल हैं।

अरबों के कारोबार वाली इन कंपनियों की कमाई को जांच के घेरे में लेकर बाबा और उनके सहयोगियों पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि बाबा के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्‍ण 34 कंपनियों के निदेशक हैं। इसके साथ उनके एक और करीबी सहयोगी मुक्‍तानंद 11 कंपनियों के निदेशक हैं। पतंजलि ट्रस्ट को में आयकर भी छूट मिल रही है। इनकम टैक्‍स विभाग और प्रवर्तन निदेशालय अब इस बात की छानबीन करेगा कि कहीं नियमों की अनदेखी तो नहीं हुई है। साथ ही, यह भी जांच होगी कि रामदेव से जुड़ी कंपनियां प्रॉडक्‍ट तैयार करने में हर नियम का पालन कर रही हैं या नहीं। (एजेंसी)



हरिद्वार, रविवार, 5 जून 2011( 23:28 IST )
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राजधानी रामलीला मैदान में संप्रग सरकार की पुलिस कार्रवाई से आहत योग गुरु बाबा रामदेव ने हरिद्वार के अपने पतंजलि योगपीठ में सोमवार से अपना अनशन जारी रखने एलान किया और कहा कि उन्हें अपने इस इरादे से कोई नहीं हटा सकता है।

बाबा रामदेव ने रविवार को कहा कि दिल्ली के लोग क्रूर हो गए हैं और मुझे वहां अनशन की अनुमति नहीं दे रहे हैं। इसलिए मेरा अनशन कल से यहां योगपीठ के यज्ञशाला में होगा। बाबा ने कहा कि हमें अपने इरादे से कोई नहीं हटा सकता है। पूरा देश सरकार की कार्रवाई का जवाब देगा और जो काम पिछले 20 साल में नहीं हुआ था वह अब अगले दो साल में होगा।

अपने प्रमुख सहयोगी आचार्य बालकृष्ण पर लगे रहे आरोपों पर रामदेव ने कहा कि कुछ लोग सुनी सुनाई बातों के आधार पर किसी व्यक्ति के चरित्र पर अंगुली उठाते हैं, जिसको मैं अनुचित मानता हूं।

रामदेव ने दावा किया कि आचार्य बालकृष्ण जो भी कर रहे हैं वह व्यक्तिगत नहीं है और वह सब ट्रस्ट का हिस्सा है। जो काम ट्रस्ट के जरिए नहीं किया जा सकता है, उसके लिए कंपनियों को बनाया गया है। उनके हरेक काम में 100 प्रतिशत की पारदर्शिता बरती जा रही है, जिसकी दुनिया के किसी भी एजेंसी से जांच कराई जा सकती है।

उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती द्वारा समर्थन नहीं दिए जाने के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि मायावतीजी ने सारे देश के सामने इस कार्रवाई की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विकास की बजाय बाबा के विनाश के लिए काम कर रही है। बाबा रामदेव ने एक बार फिर दोहराया कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के साथ वे कभी नहीं बैठेंगे। (भाषा)

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