Saturday, May 16, 2009

विप्लव का फिर हो शंखनाद, अगणित योद्धा ललकार उठें।

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अगर हमारे देश के वीर सिपाही हमारे LOC की रक्षा करना छोड़ दे तो सोचिये की हम कितने देर अपने घरों मैं सुरक्षित रह सकते हैं? उनका काम अगर देश की सीमाओं पर दुश्मन से लड़ना है तो हमारा (हम युवाओं ) का भी कुंछ फ़र्ज़ बनता है.
वो अगर देश की बाहरी दुश्मनों से लड़ रहे हैं उन्हें मार रहे हैं तो हमें अपने देश के अन्दर के दुश्मनों को ख़तम करना होगा , मारना होगा हर उस गद्दार को जो देश से गद्दारी करता है , जो देश मैं भ्रष्टाचार बढा रहा है , जिसके इशारे पर आज अपराध फल फूल रहा है , जो अपनी कुर्सी के खातिर कही भी किसी को भी मरवा देता है , अपनी कुर्सी के खातिर अपराधियों का साथ देता है

शहीदों की मज़ारों पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा...


जब नमन शहीदों को करता,तब रक्त हिलोरें लेता है।
भारत मां की पीड़ा का स्वर,फिर आज चुनौती देता है।
अब निर्णय बहुत लाजमी है, मत शब्दों में धिक्कारो।
सारे भ्रष्टों को चुन-चुन कर, चौराहों पर गोली मारो।
हो अपने हाथों परिवर्तन,तन में शोणित का ज्वार उठे।
विप्लव का फिर हो शंखनाद, अगणित योद्धा ललकार उठें।







उदारता,सहिष्णुता ये सदगुण है,परन्तु जब राष्ट्र के सम्मान और सुरक्षा से खिलवाड हो रहा हो तो वही उदारता,सहिष्णुता कायरता बन जाती है!परन्तु आम हिन्दु कैसा सोचता है?उन्हे वन्देमातरम कहना अच्छा नही लगता न?आग्रह छोड दो.वे बाबर और औरन्गज़ेब को महापुरुष मानते है न? मानने दो.उन्हे मस्जिदो के सामने बाजा बजाना पसन्द नहि है ना? मत बजाओ.उन्हे सम्प्रदाय के आधार पर विशेष सुविधाए और आरक्षण चाहिए ना? दे दो.उन्हे गौहत्या करनी है ना? करने दो! हिन्दुओ कि यही मानसिकता गलत है.इसि मानसिकता के कारण अलगाववाद को बढावा मिलकर देश का विभाजन हुआ.अगर ये बिखरी हुइ हिन्दु शक्तिया सन्गठित नहि हुइ तो आने वाला कल??
कल मौत आने को ही है तेरे भी द्वार।
क्या होगा बहाने से यूँ आँसुओं की धार
फैल रहा है जहाँ में ये जो पापाचार।
इसका है प्यारे सिर्फ एक उपचार॥
भाइयों से बड़ा भाई बन मेरे यार।
चाकुओं के आगे तू निकाल तलवार॥
बंदुकों के आगे प्यारे बम फोड़ दे।
जिन्दगी जो चाहे कायरता छोड़ दे॥
औरों के लिया न बोलेगा वो मारा जायेगा।
कल घाट मौत के वो भी उतारा जायेगा॥
गर हम गैरों के सहारे नहीं बने तो
कौन बनने को हमारा सहारा आयेगा
NOW ITS TIME TO MAKE UNIT