Monday, June 6, 2011

रामलीला मैदान में दिल्ली पुलिस की हैवानियत,


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गुस्साई महिलाओं ने फाड़ी डीसीपी की वर्दी
Jun 05, 09:51 pm
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नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : रामलीला मैदान में दिल्ली पुलिस की हैवानियत देख पंडाल छोड़ सड़कों पर आई महिलाओं को अपशब्द कहना पूर्वी जिले के डीसीपी दिनेश कुमार गुप्ता को महंगा पड़ गया। गुस्साई महिलाओं ने उनकी वर्दी फाड़ दी। किसी तरह से बचकर वे भाग निकले। समर्थकों के अनुसार डीसीपी शराब पीकर मौके पर आए थे।

रविवार तड़के सवा चार बजे जब पंडाल से सभी को बाहर खदेड़ दिया गया, तब बाबा के कई समर्थक पंडाल के चारों तरफ सड़कों पर आ गए थे। जगह-जगह महिलाओं व पुरुषों का जत्था खड़े होकर या बैठकर पुलिस बर्बरता पर चर्चा कर रहे थे। जाकिर हुसैन कॉलेज की लालबत्ती पर हजारों की संख्या में पुलिस बल ने मोर्चा संभाल रखा था। वाटर केनन, पुलिस बस, फायर बिग्रेड आदि से लैस पुलिसकर्मी सड़कों को सील कर वहां मुस्तैद थे। तभी ठीक चौराहे पर 25-30 की संख्या में सड़क के बीचोबीच खड़े महिलाओं के एक जत्थे को पूर्वी जिले के डीसीपी डीके गुप्ता ने कुछ अपशब्द कह दिया। अपशब्द सुनते ही महिलाओं ने उन्हें घेर लिया और चिपट पड़ी। तभी महिलाओं को बदबू से लगा वे शराब पीकर आए हैं। इस पर उन्होंने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया। वे बार-बार महिलाओं के चंगुल से खुद को छुड़ा दूर भाग जाते थे और बार बार महिलाएं उनके पास आकर घेर लेती थीं। करीब 15 मिनट तक यह सिलसिला चलता रहा। उस समय चौराहे पर डीसीपी प्रभाकर समेत अन्य कई डीसीपी, महिला पुलिस व हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी थे, लेकिन वे उनके बचाव में आगे नहीं आ रहे थे। जब डीके गुप्ता ने गुस्से में चिल्लाना शुरू कर दिया तब जाकर कुछ महिला पुलिसकर्मी भीड़ में घुसीं, लेकिन तब तक डीके गुप्ता खुद महिलाओं के चंगुल से छुड़ाकर तेजी से दौड़ लगाते हुए कुछ दूर खड़ी कार के पास चले गए। चालक भी कार स्टार्ट कर पहले से तैयार था। तुरंत कार का दरवाजा खोल उनके बैठते ही कार तेजी से वहां से चल पड़ी। खींचतान में उनकी वर्दी भी फाड़ दी गई। हजारों पुलिसकर्मियों के मौके पर रहते हुए डीसीपी के जान बचाकर भागने से यह पता चलता है कि कहीं न कहीं उनकी गलती थी। गलती पकड़ में न आ जाए इसलिए वे जान बचाकर वहां से भाग गए।

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