Hi this is Manthan Aryan is here. ***************************** आसमा से उपर.... एक उड़ान की ख़्वाहिश है..!! जहाँ हो हर क़दम सितारो पर.... उस ज़मीन की ख़्वाहिश है..!! जहाँ पहचान हो लहू की हर एक बूँद की.... उस नाम की ख़्वाहिश है..!! जहाँ खुदा भी आके मुझसे पूछे..... "बता, क्या लिखू तेरे मुक्क़दर मे....?" उस मुकाम की ख़्वाहिश है..!! *************************** इस अजनबी सी दुनिया में, अकेला इक ख्वाब हूँ. सवालों से खफ़ा, चोट सा जवाब हूँ. जो ना समझ सके, उनके लिये “कौन”. जो समझ चुके, उनके लिये किताब हूँ
Thursday, September 3, 2009
रहो जमीं पे मगर आसमां का ख्वाब रखो
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रहो जमीं पे मगर आसमां का ख्वाब रखो
तुम अपनी सोच को हर वक्त लाजवाब रखो
खड़े न हो सको इतना न सर झुकाओ कभी
तुम अपने हाथ में किरदार की किताब रखो
उभर रहा जो सूरज तो धूप निकलेगी
उजालों में रहो मत धुंध का हिसाब रखो
मिले तो ऐसे कि कोई न भूल पाये तुम्हें
महक वंफा की रखो और बेहिसाब रखो
अक्लमंदों में रहो तो अक्लमंदों की तरह
और नादानों में रहना हो रहो नादान से
वो जो कल था और अपना भी नहीं था दोस्तों
आज को लेकिन सजा लो एक नयी पहचान से
जीवन का सफर होता मुकम्मल उनका ही मानो
जो तीखे दर्द में चेहरे पे इक मुस्कान रखते हैं
लम्हो मे जो कट जाए वो क्या जिंदगी, ऑसुओ मे जो बह जाए वो क्या जिंदगी, जिंदगी का फलसफां हि कुछ और है, जो हर किसी को समझ आए वो क्या जिंदगी । सूरज पास न हो, किरने आसपास रहती है, दोस्त पास हो ना हो, दोस्ती आसपास रहती है, वैसे ही आप पास हो ना हो लेकिन, आपकी यादें हमेशा हमारे पास रहती है. सोचते थे हर मोड पर आप का इंतेज़ार करेंगे.. पर, पर, पर, पर, पर, पर, पर, पर, पर, कम्भाकत सड़क ही सीधी निकली... हम ने माँगा था साथ उनका, वो जुदाई का गम दे गए, हम यादो के सहारे जी लेते, वो भुल जाने की कसम दे गए! आपके दिल में बस्जयेंगे एस एम एस की तरह.,., दिल में बजेंगे रिंगटोन की तरह.,., दोस्ती कम नहीं होगी बैलेंस की तरह.,., सिर्फ आप बीजी ना रहना नेटवोर्क की तरह..... खिड़की से देखा तो रस्ते पे कोई नहीं था, खिड़की से देखा तो रस्ते पे कोई नहीं था, रस्ते पे जा के देखा तो खिड़की पे कोई नहीं था... आंसुओ को लाया मत करो, दिल की बात बताया मत करो, लोग मुठ्ठी मे नमक लिये फिरते है, अपने जख्म किसी को दिखाया मत करो
. In the beginning, your fitness plan should not be overly aggressive. One of the biggest problems most people encounter when starting a fitness program is rapidly depleted motivation after only a few weeks; this is due to an overly ambitious fitness plan.
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Two days per week of 20-minute low-intensity cardiovascular exercise (walking, jogging, biking, swimming) and two days per week of 30-minute light resistance training (using weights or resistance machines) is adequate in the beginning. As you adapt to the lifestyle shift, you can add more days and get improved results. But beware: If you try to do too much too fast, you may end up quitting altogether.
2. If your goal is fat loss, then your cardiovascular exercise should be low intensity. Your heart rate during cardio exercise should not exceed 50 percent to 70 percent of your maximum heart rate. The simple formula for calculating your 100 percent maximum heart rate is 220 minus your age.
If the intensity of your exercise increases your heart rate beyond
नदी में डुबते हुए आदमी ने पुल पर चलते हुए आदमी को
आवाज़ लगायी "बचाओ… बचाओ…"
पुल पर चलते हुए आदमी ने रस्सी फेकी और कहा "आओ…"
नदी में डुबता आदमी रस्सी नही पकड पा रहा था
रह रह कर चिल्ला रहा था
"मै मरना नही चाहता… ज़िन्दगी बडी महंगी है…
कल ही तो मेरी एक MNC मे नौकरी लगी है…"
इतना सुनते ही बचाने वाले आदमी ने रस्सी खींच ली
और भागते हुए MNC कम्पनी पहुचा
उसने वहां की HR Manager को कहा
" अभी अभी आपकी कम्पनी का एक आदमी डुबकर मर गया है
और एक जगह खाली कर गया है… मै बेरोज़गार हु, मुझे ले लो"
HR Manager बोली
"दोस्त्… तुमने कुछ देर कर दी…
हमने पहले ही उस आदमी को नौकरी दे दी है
जो उसे धक्का दे कर तुमसे पहले यहां आया ............................
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