Tuesday, June 7, 2011

काले धन पर और समिति की जरूरत नहीं... रामलीला मैदान में घायल राजबाला की हालत गंभीर



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काले धन पर और समिति की जरूरत नहीं
Jun 07, 08:32 pm

नई दिल्ली। काले धन के खिलाफ कार्रवाई के लिए बन रही समिति और अध्ययन के बहाने भ्रष्ट राजनेताओं, बिजनेसमैनों और नौकरशाहों को अपने अवैध धन को मुखौटा कंपनियों में लगाने का मौका मिल जाएगा। यह कहना जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स स्टडीज एंड प्लानिंग के प्रमुख प्रोफेसर अरुण कुमार का।

उन्होंने कहा कि अध्ययन, समितियां या नई विशेष जांच शाखा का गठन और विदेशी सरकारों के साथ संधियां कार्रवाई को लटकाने के लिए हैं। 'द ब्लैकमनी इन इंडिया' किताब के लेखक कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा काले धन पर अध्ययन शुरू करने या समितियां बनाने से भ्रष्टचार में लिप्त उच्चपदस्थ अधिकारियों और राजनेताओं को अपना पैसा विदेशों में कंपनियों में लगाने का मौका मिल जाएगा।

उन्होंने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने अवैध धन का निवेश अफ्रीकी खनन उद्योग में किया।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पालिसी की प्रोफेसर इला पटनायक का भी कमोबेश यही मानना है। उन्होंने कहा कि कर से जुड़े अपराधों पर नियंत्रण के लिए आपराधिक जांच निदेशालय [डीसीआइ] जैसी एजेंसी की जरूरत नहीं है। उल्लेखनीय है कि काले धन को लेकर बढ़ते दबाव के बीच सरकार ने हाल ही में डीसीआइ का गठन किया था।

कुमार ने कहा कि सरकार संदिग्ध लोगों की टेलीफोन बातचीत के टेप के आधार पर जांच एजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर कार्रवाई कर सकती है।

काली अर्थव्यवस्था का हिस्सा 1971 में वांचो समिति के आकलन, सात प्रतिशत से बढ़कर हालिया ग्लोबल इंटेग्रिटी रिपोर्ट की मुताबिक 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है। कुमार ने कहा, 60 के दशक में दर्जनों समितियों ने काले धन के विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन किया और हजारों सलाह दी। जिसमें सैकड़ों सलाहों का उपयोग भी किया गया। इसके बावजूद काली अर्थव्यवस्था का आकार काफी हद तक बढ़ा हो गया।


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रामलीला मैदान में घायल राजबाला की हालत गंभीर
Jun 07, 05:59 pm

नई दिल्ली। रामलीला मैदान पर शनिवार की आधी रात में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर पुलिसिया कार्रवाई में घायल हुए 71 लोगों में से 51 वर्षीय राजबाला की हालत आज लगातार तीसरे दिन भी गंभीर बनी हुई है।

वह दिल्ली के गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल में आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं। राजबाला का उपचार कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि वह सचेत हैं और सामान्य मौखिक संकेतों को समझ रहीं हैं।

हालाकि उनकी हालत अभी गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

गुड़गाव की रहने वाली राजबाला को रीढ़ की हड्डी में चोट के साथ जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के एक डॉक्टर ने कहा कि उनकी हालत अब भी गंभीर है। कल उनकी सर्विकल स्पाइनल पर चोटों के लिए सर्जरी की गई। उनके शरीर का गर्दन से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त है।

इसके अलावा एक और समर्थक की हालत गंभीर बनी हुई है जिसे सिर में चोट के बाद लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ रिचा दीवान ने कहा कि हमारे यहा केवल एक मरीज भर्ती है और बाकी सब को छुट्टी दे दी गई है। उन्हें भी स्वस्थ होने के बाद जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी।

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