Tuesday, September 8, 2009

Oh! My Dear


http://anaryan.hi5.com

Khush-haal se tum bhi lagtey ho
Yun afsurda to hum bhi nahi
Per jan-ney waley jan-tey hain
khush hum bhi nahi, khush tum bhi nahi

Tum apni khuddi ke pehrey main
Aur dam-e-gharoor main jakrey huey
Hum apney zu’am ke nerghey main
Ana haath hamerey pakrey huey

Ek mudda-dat se ghalta’an paicha’an
Tum rabt-o-guraiz ke dharoun main
Hum apney app se uljhey huey
Pachtaway ke angaroun main

Mehsoor-e-talatum aaj bhi ho!
Go tum ne kinarrey dhoondh liye
Toofan se sambh-ley hum bhi nahi
Kehney ko saharey dhoondh liye

Khamosh se tum, hum muhr-ba-labb
Jag beet gaye, tuk baat kiye
Suno! khel adhoora chortey hain
bina chal challey,bina maat kiye

Jo bhagtey bhagtey thak jayein
Woh saayey ruk bhi saktey hain
Chalo toro qasm, iqrar karein
Hum dono jhukk bhi saktey hain


Oh! My Dear दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास कभी तो बात भी होगी,
इतने प्यार से दोस्ती की है खुदा की कसम
जिंदगी रही तो मुलाकात भी होगी.
कोशिश कीजिए हमें याद करने की
लम्हे तो अपने आप ही मिल जायेंगे
तमन्ना कीजिए हमें मिलने की
बहाने तो अपने आप ही मिल जायेंगे .
महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती
इश्क से ज़िन्दगी ख़तम नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्त का
तो ज़िन्दगी जन्नत से कम नहीं होती
सितारों के बीच से चुराया है आपको
दिल से अपना दोस्त बनाया है आपको
इस दिल का ख्याल रखना
क्योंकि इस दिल के कोने में बसाया है आपको .
अपनी ज़िन्दगी में मुझे शरिख समझना
कोई गम आये तो करीब समझना
दे देंगे मुस्कराहट आंसुओं के बदले
मगर हजारों दोस्तो में अज़ीज़ समझना ..
हर दुआ काबुल नहीं होती ,
हर आरजू पूरी नहीं होती ,
जिन्हें आप जैसे दोस्त का साथ मिले ,
उनके लिए धड़कने भी जरुरी नहीं होती

लोग कहते है की दोस्ती इतनी न करो की सर पे सवार हो जाये . लेकिन हम कहते है की दोस्ती इतनी करो की दुश्मन को भी आप से प्यार हो जाये

No comments: