Saturday, December 20, 2008

Dard ke toofan dil me uthte hain,


Dard ke toofan dil me uthte hain,

Lamhe sadiyon ki tarah kat te hain.

Hum mitana chahe jo kabhi,

aapke naksh kaha mit te hain.

Hamesha tanhaieyon ki majlish me,

aapka humne intezaar kiya !

aapki khatir es kambakht dil ne,

dard me simti hui gahraiyon se bhi pyar kiya !




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दर्द होता है दिल में दवा पी लेता हूँ !
पीकर सब्र का घूँट जी लेता हूँ!
क्या कोई जी पाया है अपनी मंज़िल जानने तक,
फिर भी उम्मीद के सहारे जी रहा हूँ, अपनी मंज़िल पाने तक!
चल सजनी कुछ कदम मिलकर चलें,
कुछ प्यार की बातें करें,
आगे का रास्ता दुर्गम जाना अकेले है,
यह तो सब स्वप्न चन्द मिनटों का मेला है!
सब कुछ यहीं रह जाएगा,
कर्मों की लकीर आगे साथ निभाएगा!
फिर कहाँ तू, कहाँ मैं, जब होगा सबेरा,
कुछ भी न याद होगा, ये है जन्म-जन्म का फेरा।

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